पलारी। नईदुनिया न्यूज
ग्राम पंचायत छेरकापुर को जब विधायक गौरीशंकर अग्रवाल ने गोद लिया तो ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं था। लोगों को लगा कि अब उनकी सारी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। गांव में विकास की गंगा बहेगी। परंतु हकीकत में ऐसा कुछ नहीं हुआ, लोग आज भी कई मूलभुत सुविधाओं को तरस रहे है।
प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव में 90 लाख रुपए की लागत से 750 शौचालय का निर्माण करवाया गांव को ओडीएफ घोषित किया गया। सरकारी कागजों में गांव को ओडीएफ तो घोषित कर दिया गया, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। विधायक से अधिकारी-कर्मचारी अपनी पीठ थपथपाने के लिए पूरे गांव को कागज में ओडीएफ घोषित कर दिया जबकि बहुत से घरों में आज भी शौचालय का निर्माण ही नहीं हुआ है और कई ऐसे शौचालय का निर्माण किया गया जहां न तो गुणवत्ता, न टंकी है, न दरवाजा है और न ही छत है और टंकी में ढक्कन तक नहीं है।
इन घरों मे बना नहीं शौचालय
वार्ड क्रमांक 1 घासीदास चौक के सिरवनतीन यादव,फिरंटिन यादव, तिरिथ यादव, चित्ररेखा बारले, शेखर भारती, बुधारु राम, हीरा कला, वार्ड क्रमांक 2 रामकुमार खंडेलवाल, भागमती मानिकपुरी, हिराकली साहू, सुरेश रात्रे, ईश्वर ध्रुव, अश्वनी ध्रुव, मंता साहू, परमेश्वर साहू, थानुराम साहू, पुनाराम यादव, सुखचन्द साहू, मदन जायसवाल, अर्जुनदास मानिकपुरी जैसे अनेक घर में शौचालय का निर्माण ही नहीं हुआ तो वहीं दुखित राम साहू, नेमिचन्द महिलांग के शौचालय में छत ही नहीं बना। टोपराम साहू के घर शौचालय तो बना परंतु शौचालय का टंकी नहीं बना जिससे वे शौचालय का उपयोग नहीं कर पा रहे है।
पलारी ब्लॉक हो चुका है ओडीएफ
वैसे तो पूरा पलारी ब्लॉक रिकार्ड में ओडीएफ घोषित हो चुका है, जिसमें 38,552 शौचालय बनाया गया है इसके लिए 37 करोड़ 69 लाख 56 हजार रुपए खर्च हो चुके है। जिसमें 22 करोड़ 5 लाख 48 हार रुपए का भुगतान करना शेष है। परंतु आज भी 50 प्रतिशत पंचायतों में शौचालय पूर्ण नहीं हुआ है।
ग्रामीण आज भी खुले में शौच करने पर मजबूर
ग्राम में आधे अधूरे गुणवत्ताहीन शौचालय होने से ग्रामीण उसका उपयोग नहीं कर पा रहे और वे खुले में शौच करने मजबूर है। ग्रामीणों ने बताया कि हमको भी खुले में शौच करना पसंद नहीं परंतु अधूरे शौचालय के कारण खुले में जाना मजबूरी बनी हुई है। भागमती मानिकपुरी, संजय मार्कन्डेय, रामकुमार खंडेलवाल, बिमल बाई ध्रुव, हेमू मेहर, राजेश बारले, बुधारू यादव, भुवन बारले, त्रिलोचन टंडन, प्रेमा मार्कन्डेय, कमला मानिकपुरी सहित अनेक लोगों ने बताया कि बार-बार सरपंच और अधिकारियों को बोलने के बाद भी न तो शौचालय बना रहे न अधूरे निर्माण को पूरा किया जा रहा है। वहीं वार्ड 1 की पंच बिमला ध्रुव, वार्ड 2 टेटकू सतनामी, वार्ड 3 केजाबाई ने बताया कि शौचालय निर्माण की राशि अभी तक नहीं मिला है। उन्होंने कर्ज लेकर 70-80 शौचालय का निर्माण कराया है जिसके कारण वह काफी परेशान है। ग्राम के वार्ड 1,2 और 3 में पेयजल, निस्तारी पानी की मूलभूत सुविधा के लिए ग्रामीण तरस रहे है। तालाब का पानी दूषित होने से नहाने के लिए भी उनको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वर्सन
विधायक गोद ग्राम में अधूरे शौचालय निर्माण की जानकारी नहीं है, अगर ऐसी कोई बात है तो उसकी जांच की जाएगी।
- डॉ एसकेएस परमार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी पलारी
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