करतला। नईदुनिया न्यूज
जिले के सर्वप्रथम खुले में शौचमुक्त गांव खुंटाकुड़ा में रक्षाबंधन के अवसर पर सरपंच ने नई मिसाल पेश करते हुए स्वच्छता बंधन का आयोजन किया। गांव के चौराहे में बैठ सरपंच रामेश्वर राठिया ने ग्राम की सभी महिलाओं से रक्षा सूत्र बंधवाया। कार्यक्रम में खास बात यह रही कि रक्षा सूत्र बांधने वाली सभी महिलाओं से बहन के नाते ग्राम पंचायत सरपंच ने गांव के कोने-कोने को स्वच्छ रखने का संकल्प लिया।
पंचायतों में आमतौर पर ऐसे कार्यक्रम देखे नहीं जाते, पर जिले के प्रथम खुले में शौचमुक्त गांव होने के नाते सरपंच ने इस पहल की शुरूआत की है। सरपंच रामेश्वर राठिया का मानना है कि रक्षाबंधन भाई-बहनों का प्यारा त्योहार है, जिसमें जो मांगे वो मिलता है, इसलिए गांव की सभी महिलाओं को बहन बनाकर स्वच्छता की मांग कर दी। बड़ी संख्या में गांव की महिलाएं इस स्वच्छता बंधन कार्यक्रम में शामिल हुईं, जिन्होंने सरपंच के समक्ष स्वच्छता का संकल्प लिया। सरपंच का मानना है कि स्वच्छता में महिलाओं की सबसे अहम भूमिका होती है। ऐसे में उनके सहयोग के बिना खुले में शौचमुक्त गांव का सपना साकार नहीं हो सकता था। वहीं अब स्वच्छता की ओर आगे कदम बढ़ाते हुए सरपंच श्री राठिया ने ग्रामवासियों से स्वच्छता में सहयोग प्रदान करने कहा। जिले के प्रथम खुले में शौचमुक्त गांव बनाने के लिए इस ग्राम पंचायत को कई इनाम मिल चुके हैं।
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